देहरादून: उत्तराखंड में आज बारिश का एरिया तो घटेगा लेकिन 5 जिलों में बारिश होगी. इन 5 जिलों में 3 जिले गढ़वाल मंडल के हैं तो 2 जिले कुमाऊं मंडल में आते हैं. मौसम विभाग के अनुसार इन जिलों में कहीं-कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश होने का अनुमान है. मौसम विभाग ने ये भी चेतावनी दी है कि इस दौरान इन जिलों में बादल भी जोर से गरजेंगे.
उत्तराखंड के इन 5 जिलों में होगी बारिश: मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के अनुसार आज शुक्रवार 6 जून को उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में बारिश होगी. अनुमान के अनुसार कुमाऊं मंडल के बागेश्वर और पिथौरागढ़ पहाड़ी जिलों में बारिश होगी. राज्य के बाकी 8 जिलों में मौसम शुष्क रहने के अनुमान है.
अगले 4 दिन राहत, 11 जून को फिर बारिश: इसके साथ ही मौसम विभाग ने अगले 5 दिन के मौसम का अनुमान भी जारी किया है. इस अनुमान के अनुसार अगले चार दिन यानी 7, 8, 9 और 10 जून को किसी जिले में बारिश नहीं होगी. यानी मौसम शुष्क रहेगा. लेकिन 11 जून को फिर से बारिश लौटेगी. 11 जून को नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश बादलों की गड़गड़हाट के साथ होने का अनुमान है.
उत्तराखंड के प्रमुख शहरों का तापमान: उत्तराखंड में कहीं बारिश और कहीं धूप है तो उसी अनुसार तापमान भी बदल रहा है. देहरादून का अधिकतम तापमान 31° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान 22° सेल्सियस है. चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार हरिद्वार का अधिकतम तापमान 33° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान 23° सेल्सियस है. यानी करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर अधिकतम तापमान में 2° सेल्सियस का अंतर है.
उधम सिंह नगर के जिला मुख्यालय रुद्रपुर का अधिकतम तापमान 35° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान 25° सेल्सियस है. इससे पता चल रहा है कि जैसे-जैसे हम पहाड़ से मैदान की तरफ बढ़ते हैं तो तापमान में भी अंतर आता जा रहा है. रुद्रपुर का देहरादून से अधिकतम तापमान पूरी 4° सेल्सियस अधिक है. उधम सिंह नगर की औद्योगिक नगरी काशीपुर की बात करें तो यहां का अधिकतम तापमान 34° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24° सेल्सियस है.
कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 33° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23° सेल्सियस है. दरअसल हल्द्वानी के ऊपर सरोवर नगरी नैनीताल है. इस कारण यहां का तापमान रुद्रपुर और काशीपुर के मुकाबले कम है.
चारधाम का तापमान: इन दिनों उत्तराखंड की चारधाम यात्रा जोर-शोर से चल रही है. चारधाम में अभी भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है. उत्तरकाशी स्थित यमुनोत्री धाम में अधिकतम तापमान 7° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे -3° सेल्सियस है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यमुनोत्री धाम में कितनी ठंड है. यमुना नदी की ठंडी हवा धाम की ठंडक में बढ़ोत्तरी करती है.
गंगोत्री का तापमान यमुनोत्री से अधिक: गंगोत्री में यमुनोत्री के मुकाबले राहत है. यहां तापमान माइनस में नहीं है. गंगोत्री का अधिकतम तापमान 12° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 4° सेल्सियस है. गंगोत्री के पास गौमुख से ही गंगा का उद्गम होता है. उद्गम के समय इसे भागीरथी कहते हैं. गुरुवार को ही गंगा दशहरा मनाया गया है. माना जाता है कि मां गंगा के धरती पर अवतरण का दिन गंगा दशहरा था. गंगोत्री मंदिर के बगल में बहती भागीरथी नदी यहां के टेंपरेचर को ठंडा रखती है.
माइनस से बाहर आया केदारनाथ का टेंपरेचर: रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम में बड़ी मुश्किल के बाद न्यूनतम तापमान माइनस से ऊपर आ सका है. केदारनाथ का अधिकतम तापमान 9° सेल्सियस है तो न्यूनतम तापमान फ्रीजिंग प्वाइंस से जरा ऊपर 1° डिग्री सेल्सियस है. केदारनाथ धाम में मंदाकिनी नदी बहती है. मंदाकिनी ऊपर पहाड़ों से पिघले बर्फ को साथ लेकर आती है, इस कारण केदारनाथ में भी ठंड रहती है.
बदरीनाथ का तापमान माइनस में: वैकुंठ धाम बदरीनाथ में भी अच्छी-खासी ठंड है. यहां यमुनोत्री जैसे ही हाल हैं. बदरीनाथ का अधिकतम तापमान तो यमुनोत्री से भी कम 4° सेल्सियस है. यहां का न्यूनतम तापमान -2° सेल्सियस है. दरअसल बदरीनाथ धाम पहाड़ की चोटी पर नहीं बल्कि नदी की घाटी में है. इसके ठीक बगल में अलकनंदा नदी बहती है. यहां सूर्य की रोशनी कम देर के लिए रहती है. इस कारण यहां का तापमान इतना कम है.