अल्मोड़ा नगर में गुलदारों की दहशत, घर आंगन तक पहुंच रहे ‘शिकारी’, कभी भी हो सकती है बड़ी घटना

अल्मोड़ा: नगर क्षेत्र में लगातार गुलदारों की धमक से दहशत है. 12 सितंबर की रात उप्रेती खोला में दो गुलदार एक साथ दिखाई दिए. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उप्रेती खोला मोहल्ला नंदा देवी मंदिर से मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित है. गुलदार की बढ़ती गतिविधियों से नगरवासियों में दहशत बनी हुई है. लोगों ने पिंजरा लगाने की मांग की है.

नगर के मुख्य नंदा देवी, उप्रेती खोला, लाला बाजार, बिष्टाकूड़ा, गोपालधारा, चीनाखान, धारानौला एवं आसपास के क्षेत्रों में गुलदार की बढ़ती गतिविधियों से नगरवासियों में दहशत बनी हुई है. दो दिन पूर्व उप्रेती खोला क्षेत्र में गुलदार ने एक कुत्ते को भी अपना निवाला बना दिया था. वहीं, बावन सीढ़ी से गोपालधारा वाले रास्ते पर घरों के बीच में दो गुलदार एक सड़क से गली को जाते सीसीटीवी में कैद हुए हैं. वहीं गली के कुत्ते भागते हुए नजर आ रहे हैं. जिससे लोगों में और अधिक भय का माहौल बना हुआ है.

शाम होते ही लोग घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं, जिसका असर सामान्य जीवन में पड़ रहा है. लोग शाम होते ही घरों में कैद होने को मजबूर हो रहे हैं और बाजार भी जल्द सूना हो जा रहा है. इन दिनों नगर के विभिन्न हिस्सों से गुलदार के रिहायशी इलाकों में दिखाई देने के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं.

नगर के कलाकारों की सुरक्षा पर खतरा: अल्मोड़ा सांस्कृतिक नगरी है. जहां का दशहरा और नवरात्रि पर्व मां दुर्गा की मूर्ति निर्माण सहित रामलीलाओं की तालीम चल रही है. वहीं मां दुर्गा की प्रतिमाओं का निर्माण और रावण परिवार के पुतलों के निर्माण में देर रात्रि तक कलाकार क्षेत्रों में काम कर रहे हैं. इन गतिविधियों के कारण स्थानीय कलाकार और युवा देर रात तक अपने घर लौटते हैं, जिससे उनकी सुरक्षा पर भी गंभीर खतरा मंडरा रहा है.

कांग्रेस ने दी वन विभाग में तालाबंदी की चेतावनी: अल्मोड़ा महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी ने कहा कि गुलदार की चहल कदमी से बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा पर गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है. नगर क्षेत्र में वन्यजीव की इस प्रकार की सक्रियता अत्यंत चिंताजनक है. सोशल मीडिया पर लगातार इन क्षेत्रों से गुलदारों को देखे जाने के वीडियो वायरल हो रहे हैं, लेकिन अभी तक वन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है. सोशल मीडिया में वायरल वीडियो का संज्ञान न तो वन विभाग ले रहा है और न ही जिला प्रशासन. ऐसा प्रतीत हो रहा है मानों दोनों विभाग किसी अप्रिय घटना का इंतजार कर रहे हैं. यदि गुलदार द्वारा किसी पर भी हमला किया गया तो इसका पूर्ण उत्तरदायित्व वन विभाग और जिला प्रशासन पर होगा.

उन्होंने मांग करते हुए कहा कि वन विभाग स्थानीय नागरिकों और वहां के पार्षदों से तत्काल संपर्क कर पिंजरा लगाने का कार्य तुरंत शुरू करे. नगर में नियमित गश्त सुनिश्चित करे. वहीं नगर और आसपास के सभी इलाकों में झाड़ियों को काटा जाए और स्ट्रीट लाइटों को तुरंत ठीक करें. कांग्रेस अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 24 घंटे के भीतर वन विभाग इस पर कार्रवाई नहीं करेगा तो सोमवार 15 सितंबर को कांग्रेस विभाग के अधिकारियों का घेराव कर तालाबंदी करेंगे.

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