नैनीताल में डीडीए ने हटाया अतिक्रमण, घर टूटने पर लोगों के निकले आंसू, सीएम धामी से लगाई गुहार – LAKDITAL AREA ENCROACHMENT

नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया जा रहा है. इस बार लकड़ीटाल क्षेत्र में अतिक्रमण पर जिला विकास प्राधिकरण ने कार्रवाई की है. इस कार्रवाई के दौरान नैनीताल जिला विकास प्राधिकरण के सचिव विजय नाथ शुक्ला और एसडीएम नवाजिश खालिक भी मौजूद रहे. अतिक्रमण हटाने के दौरान वहां लंबे समय से रह रहे लोगों के आंसू निकल गए. उन लोगों का कहना था कि सरकार को उनके लिए पहले कोई व्यवस्था करनी चाहिए, उसके बाद उनके घर खाली करवाने चाहिए.

लकड़ीटाल इलाके में हटाया जा रहा अतिक्रमण: नैनीताल के मेट्रोपोल क्षेत्र में हुई अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के बाद अब जिला विकास प्राधिकरण ने लकड़ीटाल क्षेत्र में अवैध कब्जों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. गुरुवार को प्राधिकरण की टीम ने क्षेत्र में अनेक लोगों के अवैध निर्माणों को आंशिक रूप से ध्वस्त करने की कार्रवाई की. इस दौरान स्थानीय निवासियों ने प्रशासन की कार्रवाई का कड़ा विरोध किया.

जिला विकास प्राधिकरण के सचिव ने क्या कहा: अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के समय जिला विकास प्राधिकरण सचिव विजय नाथ शुक्ला खुद वहां मौजूद थे. उन्होंने बताया कि-

जिस स्थान पर लोगों ने कब्जा किया हुआ है, वहां कार पार्किंग का निर्माण प्रस्तावित है. नगर पालिका की भूमि पर वर्षों से लोग काबिज हैं. अतिक्रमण हटाने के लिए पिछले एक वर्ष से लगातार नोटिस जारी किए जा रहे थे. कुछ प्रभावित लोग इस मामले को हाईकोर्ट तक भी ले गए, लेकिन उन्हें वहां से कोई राहत नहीं मिली. जिसके बाद अब प्राधिकरण ने सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने की मुहिम तेज कर दी है. प्रभावित लोगों को शुक्रवार दोपहर तक अपना अतिक्रमण स्वयं हटाने का अंतिम मौका दिया गया है.
-विजय नाथ शुक्ला, सचिव, नैनीताल जिला विकास प्राधिकरण-

घर टूटने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी. मेरे पति भी नहीं हैं. घर की जिम्मेदारी मेरे ऊपर ही है. सरकार अगर कोई मदद कर देती तो अच्छा होता. अब घर नहीं रहेगा तो हम कहां जाएंगे. बच्चों को कैसे पालेंगे.
-वंदना, स्थानीय निवासी-

शासन पर लगाया आरोप: एक और स्थानीय निवासी हेमंत ने कहा कि-

2023 से ये मामला चल रहा है. हम 50 साल से यहां रह रहे हैं. सभी लोग लोअर क्लास से हैं. फ्री होल्ड की कार्रवाई चल रही थी. वो शासन ने अपनी मनमानी से खारिज कर दी. हमारी बात सीएम तक कैसे पहुंचे समझ नहीं आ रहा है.
-हेमंत, स्थानीय निवासी-

घर गया तो नया संकट: नैनीताल के लकड़ीटाल से अतिक्रमण हटाए जाने के बाद से क्षेत्र में करीब 50 सालों से अधिक के समय से रह रहे परिवारों के सामने अब सर छुपाने का संकट खड़ा हो गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि-

नैनीताल में हमको किराए पर घर नहीं मिल रहा है, जिसके चलते हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. जिन स्थानों पर घर किराए पर मिल भी रहे हैं, वह सभी लोग हमसे एडवांस किराए की मांग कर रहे हैं. सभी लोग गरीब परिवार के हैं. ऐसे में हमारे सामने एडवांस किराया देने की एक नई चुनौती खड़ी हो गई है.
-प्रभावित लोग-

जिला विकास प्राधिकरण ने की है ये व्यवस्था: वहीं नैनीताल जिला विकास प्राधिकरण सचिव विजय नाथ शुक्ला का कहना है कि-

जिन लोगों को नैनीताल में घर किराए पर नहीं मिल रहा है, उनके रहने के लिए प्राधिकरण ने नैनीताल स्थित दुर्गापुर में बने आवासों में व्यवस्था की है. दुर्गापुर में ये लोग 1 साल तक रह सकते हैं. इसके अलावा जो लोग किराए के घरों में जाने के लिए तैयार हैं, उन्हें प्रशासन द्वारा एक साल का किराया दिया जाएगा, ताकि वह आराम से रह सकें. इसके अलावा जिन लोगों के पास अपने घरों का सामान दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने के लिए गाड़ी की व्यवस्था नहीं है या किराया नहीं है, उनको भी प्रशासन मदद करेगा.
-विजय नाथ शुक्ला, सचिव, नैनीताल जिला विकास प्राधिकरण-

गौरतलब है कि नैनीताल में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलते रहते हैं. जुलाई के महीने में भूमियाधार क्षेत्र में सड़क किनारे हुए अतिक्रमण पर प्रशासन की टीम ने कार्रवाई की थी. एसडीएम नवाजिश खालिक के नेतृत्व में तब 25 दुकानों को ध्वस्त किया गया था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *