बुलेटन उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज, केदारनाथ की चोटियों पर हुई सीजन की पहली बर्फबारी कांग्रेस की केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा का दूसरा चरण आज से शुरू, भैरव मंदिर में किया जाएगा समापन पौड़ी बाल संरक्षण गृह में किशोर ने फंदा लगाकर की आत्महत्या, पुलिस-प्रशासन में मचा हड़कंप रुद्रप्रयाग में खाई में गिरा वाहन, कई छात्राएं और दंपति घायल, अस्पताल में भर्ती ऋषिकेश में किशोरी से रेप, दो नाबालिग लड़कों पर लगा आरोप, आरोपियों को बाल सुधार गृह भेजा अब खबरे विस्तार से उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम का मिजाज बदल गया है. बुधवार को बदरीनाथ की चोटियों पर बर्फबारी देखी गई थी. गुरुवार सुबह केदारनाथ की चोटियां सफेद चादर से ढकी दिखीं. ये सीजन की पहली बर्फबारी है. कांग्रेस की केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा का दूसरा चरण आज बृहस्पतिवार से शुरू हो गया है। यात्रा केदारनाथ धाम तक जाएगी। वहां पूजा अर्चना के साथ भैरव मंदिर में यात्रा का समापन किया जाएगा। बाल संरक्षण गृह पौड़ी में एक किशोर ने आत्महत्या कर ली। पोक्सो के मामले में किशोर सुधार गृह में बीते जून माह से था। स्थानीय प्रशासन व पुलिस ने घटना स्थल का जायजा लिया। रुद्रप्रयाग में बड़ा सड़क हादसा हुआ है. जहां एक मैक्स वाहन खाई में जा गिरा. वाहन में 7 लोग सवार थे. जिनमें ज्यादातर कॉलेज की छात्राएं थीं. सभी को सीएचसी अगस्त्यमुनि में उपचार दिया जा रहा है उत्तराखंड के ऋषिकेश में 15 साल की लड़की के साथ रेप का मामला सामने आया है. रेप का आरोप 16 साल के दो लड़कों पर लगा है. पीड़िता के पिता की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों लड़कों को हिरासत में लिया. जिसके बाद पूछताछ कर उन्हें बाल न्यायालय कोर्ट में पेश किया. जहां से दोनों आरोपी लड़कों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज गुरुवार को हरिद्वार के रानीपुर मोड से परशुराम चौक तक पैदल मार्च किया. आखिर में हरीश रावत ने पुलिस-प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि इसके बाद भी हरिद्वार रानीपुर ज्वेलरी लूटकांड का खुलासा नहीं हुआ तो वो इस लड़ाई को देहरादून मुख्यमंत्री और गवर्नर के पास तक लेकर जाएंगे. माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत प्रधानाचार्य के पद पर 50 प्रतिशत पदोन्नति मामले में शासन का आदेश भी शिक्षकों को शांत नहीं कर पाया है. राजकीय शिक्षक संघ ने तीसरे दिन भी अपना क्रमिक अनशन जारी रखा. इसके साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया कि आने वाले दिनों में यही परिस्थितियां पूरे प्रदेश में शैक्षणिक व्यवस्था को ठप कर सकती रानीबाग में गणपति विसर्जन के दौरान एक व्यक्ति गौला नदी में बह गया. गनीमत रही कि मौके पर तैनात जल पुलिस ने व्यक्ति का सफल रेस्क्यू कर उसकी जान बचा ली डोईवाला में सुबह मॉर्निंग वॉक पर गए एक पूर्व सैनिक पर हाथी ने हमला कर दिया। हाथी के हमले से घायल होने पर उन्हें हिमालय अस्पताल जॉली ग्रांट में भर्ती कराया गया है। घटनाक्रम के अनुसार झरोंद निवासी सेवानिवृत्त कैप्टन अशोक वर्मा रोज की तरह सुबह गुरुवार को मॉर्निंग वॉक के लिए आ रहे थे। काशीपुर में गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया. देवी जागरण के दौरान जर्जर भवन की छत की दीवार ठह गई. दीवार के मलबे के नीचे 12 महिलाएं और एक बच्चा दब गया. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गंभीर रूप से घायल महिलाओं को हायर सेंटर रेफर किया गया है.

देहरादून: उत्तराखंड में राजधानी देहरादून समेत सभी पर्यटन स्थलों पर जमा एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है. इसका एक बड़ा कारण शहरों में जरूरत के हिसाब से पार्किंग की व्यवस्था नहीं होना भी है. हालांकि अब उत्तराखंड ट्रैफिक निदेशालय शहर में जाम के झाम को खत्म करने के लिए क्लाउड पार्किंग की व्यवस्था करने जा रहा है. इस योजना से जहां शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधरेगी तो वहीं लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी खुलेगे.

दरअसल, उत्तराखंड के मुख्य पर्यटन स्थलों जैसे मसूरी, देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश और नैनीताल जैसी जगहों पर हर साल पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है. टूरिस्ट सीजन में तो इन पर्यटन स्थलों पर कई बार पैर रखने की जगह भी नहीं बचती हैं. वहीं, पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था न होने पर इन जगहों पर जाम भी बहुत लगता है. मसूरी और नैनीताल में तो कभी-कभी ऐसी स्थिति बन जाती है कि पर्यटक पांच-पांच घंटे जाम में फंस जाते है. वहीं पर्यटकों के साथ स्थानीय लोगों को भी जाम से दो चार होना पड़ता है.

ट्रैफिक निदेशालय ने बनाई योजना: इसीलिए अब ट्रैफिक निदेशालय प्रदेश में क्लाउड पार्किंग का प्लान तैयार का रहा है. इसके लिए सबसे पहले बड़े शहरों का डाटा इकट्ठा किया जा रहा है कि वहां सीजन और ऑफ सीजन में कितने वाहन आते हैं. इसके हिसाब से ही पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी. यह सारा काम आउट सोर्स कंपनी को दिया जाएगा.

क्लाउड पार्किंग के फायदे: क्लाउड पार्किंग की तहत कोई भी टूरिस्ट अपनी गाड़ी से पर्यटक स्थल के नजदीक पहुचता है तो वहां पर उसे एक ड्राइवर मिलेगा, जिसका काम गाड़ी को अन्यत्र जगह पर पार्क करने का होगा. उस स्थान से पर्यटक को उनके डेस्टिनेशन या होटल तक पहुंचाने के लिए स्थानीय प्रशासन व्यवस्था करेगा.

वहीं जब टूरिस्ट को गाड़ी की जरूतर होगी तो उसे उसी स्थान पर गाड़ी मिल जाएगी, जहां उसको चाहिए. इस योजना की शुरुआत पर्यटक स्थल मसूरी और नैनीताल से की जाएगी. क्योंकि इन दोनों शहरों में यातायात जाम की सबसे बड़ी समस्या है और यहां अधिकतर बाहरी राज्यों से पर्यटक आते हैं.

होटल कारोबारियों ने किया योजना का स्वागत: वहीं, होटल संचालक ने भी क्लाउड पार्किंग योजन का स्वागत किया है. मसूरी के होटल कारोबारियों का कहना है कि सीजन के दौरान पर्यटकों को काफी लंबा जाम झेलना पड़ता है. कई बार तो ऐसा होता है कि पर्यटक जाम के कारण वापस चले जाते है. इसका असर उनके व्यापार पर भी पड़ता है. अगर यह योजना शुरू होती है तो बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को जाम में फंसना नहीं पड़ेगा. इस योजना से जहां सड़कों पर पार्किंग की समस्या का हल मिलेगा तो वहीं इस योजना से युवाओं को रोजगार भी मिलेगा. साथ ही टूरिस्टों को भी पार्किंग के लिए नहीं घूमना पड़ेगा, जिससे जाम की समस्याओं से भी निजात मिलेगी.

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