हरिद्वार: मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ की घटना के बाद हरिद्वार जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन दोनों ही जांच में जुटे हुए हैं. इसी कड़ी में आज हरिद्वार एसएसपी और जिलाधिकारी ने मनसा देवी मंदिर मार्ग का निरीक्षण किया. इसके बाद दोनों अधिकारियों ने चंडी देवी मंदिर में व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया. इस दौरान जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए हरिद्वार जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कल मनसा देवी और चंडी देवी दोनों ही मंदिर के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक रखी है. जिसमें सभी विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. साथ ही कुछ व्यवस्थाओं को फिलहाल के तौर पर टेंपरेरी मनसा देवी और चंडी देवी में किया जाएगा. इसके बाद उन्हें परमानेंट करने का विचार किया जाएगा.
डीएम मयूर दीक्षित ने कहा फिलहाल मनसा देवी और चंडी देवी दोनों ही मंदिरों में टेंपरेरी डिस्पेंसरी की शुरुआत की जाएगी. साथ ही सीढ़ी वाले मार्ग फिलहाल श्रद्धालुओं के लिए बंद किया जाएगा. इसके अलावा पैदल मार्ग पर यात्रियों के बैठने के लिए व्यवस्था की जाएगी. रेलिंग इत्यादि पर भी मंदिर परिसर के अधिकारियों के साथ चर्चा की जाएगी. जूता स्थल को भी वहां से शिफ्ट करने का प्लान किया जा रहा है.
मनसा देवी मंदिर भगदड़ पर बोलते हुए डीएम ने कहा फिलहाल इसकी जांच प्रारंभिक चरण में है. उन्होंने कहा इसके लिए सभी वीडियो और आसपास लगे सीसी टीवी फुटेज को देखा जा रहा है. लोगों से भी पूछताछ की जा रही है. इसके बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी.
बता दें रविवार को मनसा देवी मंदिर के मार्ग पर भगदड़ मची थी. प्रशासन के बयानों के मुताबिक, भगदड़ का कारण मार्ग पर करंट फैलने की अफवाह बताई गई. इस भगदड़ में 8 लोगों की मौत और 30 लोग घायल हो गए. हादसे की चपेट में बच्चे भी आए. आलम ये था मार्ग पर खड़ी हजारों की संख्या में भीड़ खुद को बचाने के लिए एक दूसरे के ऊपर गिर गए. इस हादसे की जांच के लिए सीएम धामी ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं. हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया था.