देहरादून: उत्तराखंड को साहसिक खेलों का हब बनाने के लिए धामी सरकार सुविधाएं विकसित कर रही है. इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के एक्सपर्ट्स की भी मदद लेने की योजना है. खास बात यह है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एडवेंचर्स टूरिज्म के जाने-माने चेहरे इसके लिए अप्रैल में उत्तराखंड पहुंच रहे हैं, ताकि राज्य में इको टूरिज्म के लिए बड़े और अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं वाले डेस्टिनेशन स्थापित किये जा सके.
उत्तराखंड में साहसिक खेलों की बेहद ज्यादा संभावनाएं मानी जाती हैं. राज्य में राफ्टिंग जैसे साहसिक खेल ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान भी बनाई है. खास बात यह है कि इसमें सरकार के स्तर पर कुछ खास कार्य नहीं हुआ, लेकिन इसके बावजूद स्थानीय लोगों ने खुद के दम पर राफ्टिंग को राज्य में बड़ी पहचान दिलाई है. उधर दूसरे तमाम साहसिक खेलों को लेकर भी राज्य बेहतर कर सकता है और शायद इसी सोच के साथ उत्तराखंड में धामी सरकार अब साहसिक खेलों पर फोकस कर रही है.
प्रमुख सचिव नियोजन आर मीनाक्षी सुंदरम ने दूसरे देशों में हो रहे साहसिक खेलों और यहां विकसित की गई सुविधाओं को जाना है. इसी सिलसिले में उन्होंने न्यूजीलैंड के एजे हैकेट से भी मुलाकात की. जिसमें उत्तराखंड में साहसिक खेलों को लेकर क्या संभावनाएं हो सकती हैं. इस पर बातचीत हुई. बंजी जंपिंग के जनक एजे हैकेट को प्रमुख सचिव नियोजन आर मीनाक्षी सुंदरम ने उत्तराखंड आने के लिए आमंत्रित किया है. माना जा रहा है कि अप्रैल महीने में हैकेट उत्तराखंड आएंगे और यहां की तमाम जगहों का भ्रमण कर साहसिक खेलों के लिए विभिन्न जगहों की संभावनों को देखेंगे.
उत्तराखंड साहसिक खेलों के क्षेत्र में भी निवेश को तलाश रहा है और इस क्षेत्र में काम करने वालों को भी आमंत्रित कर रहे हैं. उत्तराखंड की कोशिश है कि राज्य में दुनिया का सबसे ऊंचाई वाला बंजी जंपिंग स्पॉट तैयार किया जाए. न्यूजीलैंड से आने वाली ये टीम ऋषिकेश से लेकर गढ़वाल के जिलों और कुमाऊं के जिलों में भी जाएगी.वैसे तो बजीं जंपिंग को लेकर एजे हैकेट राज्य में काम करने के लिए उत्सुक दिख रहे हैं, लेकिन वह अपने साथ कुछ और साहसिक खेल प्लेयर्स को लाएंगे, जो राज्य में निवेश करने के पक्ष में हैं.
इस दौरान स्काई डाइविंग को भी उत्तराखंड में शुरू करने पर विचार चल रहा है. भारत में अब तक स्काई डाइविंग का कोई बड़ा स्पॉट नहीं हैं. इस तरह राफ्टिंग के बाद बाकी साहसिक खेलों को भी उत्तराखंड में शुरू करने की कोशिश है, लेकिन राज्य की प्राथमिकता अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्लेयर्स को प्राथमिकता देना है, ताकि ये स्पॉट अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं वाला बने.